हे हनुमान सादर, भय विनाशक, सुख प्रदान करें। बुद्धिर्बलं यशो धैर्यं निर्भयत्वमरोगिता। वैश्वीकरण के विकसित राष्ट्र अपनी अतिरिक्त पूँजी अर्द्धविकसित एवं विकासशील राष्ट्रों मे विनियोग करते है। विदेशी पूँजी के आगमन से इन देशों का विनियोग बड़ी मात्रा मे हुआ है। This kind of treatment must be executed with dignity, https://baglamukhi19641.educationalimpactblog.com/55015692/a-review-of-hanuman